Sunday 11 July 2021

एक दौर जवानी है...


                            एक दौर जवानी है...


कुछ बिखर गए 
कुछ निखर गए,
कुछ ने इसकी ही जिद ठानी है
इसकी सबपे मनमानी है।
एक दौर जवानी है।।

किसी में जोश जगाए
किसी के होश उड़ाए,
किसी की ये ख्वाहिश पुरानी है
इसकी सबपे मनमानी है।
एक दौर जवानी है।।

कुछ के खेलकूद छूटे
कुछ के हिस्से जिम्मेदारियां फूटे,
कुछ के बचपने की विदा निशानी है
इसकी सबपे मनमानी है।
एक दौर जवानी है।।

कहीं दिल धड़काए
कहीं दिमाग आजमाए,
कहीं तो बस इसकी ही रवानी है
इसकी सबपे मनमानी है।
एक दौर जवानी है।।

कभी प्रौढ़ता का कदम
कभी हार जीत का परचम,
कभी जिंदगी की खूबसूरत कहानी है
इसकी सबपे मनमानी है।
एक दौर जवानी है।।

कभी छूटता आँगन
कभी पकड़ता कफ़न,
कभी आंखों का बहता पानी है
इसकी सबपे मनमानी है।
एक दौर जवानी है।।

कुछ जूझ गए
कुछ बुझ गए,
कुछ तो इससे रूठ गए
पर इसने कहाँ सबको मनानी है।
इसकी सबपे मनमानी है
एक दौर जवानी है,
सबको आनी है
आकर चली जानी है।
एक दौर जवानी है।।

                                          :- संदीप प्रजापति

( ऊर्जा, उल्हास और उत्तेजना से भरी जवानी का
हम के जीवन में प्रवेश होता है, जो जिंदगी को और खूबसूरत बना देती है। जवानी जिंदगी को एक नए आयाम पर पहुंचाने का मौका और साहस प्रदान करती है। जो व्यक्ति इसका सही इस्तेमाल कर ले जाता है, वो जीवन में सफल हो जाता है और जो इसका इस्तेमाल केवल कामना पूर्ति के लिए करता है, वो स्वयं अपना नाश करने का रास्ता खोज लेता है।)

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