Tuesday 4 January 2022

प्रतीक्षा...

प्रतीक्षा...

          प्रतीक्षा... कितना छोटा शब्द है ना ? तीन अक्षरों का यह छोटा-सा शब्द इतनी लंबी सी प्रतीक्षा को समेटे हुए है कि कभी-कभी सम्पूर्ण मानव जीवन ही कम पड़ जाए।
                 हमें जीवन में हर पल कभी न कभी किसी न किसी चीज के लिए प्रतीक्षा करनी पड़ती है। इस अलौकिक संसार में आने से लेकर संसार से मुक्ति पाने तक हम प्रतीक्षा में ही रहते हैं। वैसे जीवन में प्रतिक्षाओं का होना भी आवश्यक है वरना वक्त से पहले मिली चीजों का मनुष्य उचित सम्मान नहीं कर पाता। प्रतीक्षा मनुष्य को प्रत्येक वस्तु और विचार का सम्मान करना सिखाती है। प्रतीक्षा में तपकर पला व्यक्ति ही जीवन के गूढ़ रहस्यों को जानकर परिपक्व हो सकता है।
            हालांकि प्रतिक्षाओं का अंत होना निश्चित होता है, परन्तु जीवन के कुछ मुद्दों जैसे कि प्रेम के मामले में कुछ स्पष्ट नहीं कहा जा सकता। प्रेम में की गई कुछ प्रतिक्षाएँ सही समय तक सफल हो जाती हैं तो कुछ प्रतिक्षाएँ जीवन उपरांत भी चलती रहती हैं और तलाशती हैं वो अपने प्रतिक्षाओं का अंत ब्रह्मांड के अनन्त छोर में। प्रेम में की गई प्रतिक्षाएँ गर एक उचित समय तक न मिल जाए तो व्यक्ति को ऐसी प्रतीक्षा से केवल अवसाद और निराशा के सिवा कुछ नहीं मिलता। तो कभी-कभी अत्यधिक प्रतिक्षावान होने से केवल जूठन ही हाथ लगता है, प्रेम नहीं। खुद को निष्ठावान बनाए हुए, किसी के प्रति प्रेम पालना और प्रतीक्षा करना की वह व्यक्ति भी कभी आपके प्रेम को समझेगा। जबकि वह व्यक्ति आपके प्रेम का भागी होना स्वीकार ही नहीं कर सकता। इस प्रकार की प्रतीक्षा केवल मूर्खता हो सकती है। प्रतीक्षा का एक सही समय पर अंत हो जाना ही एक सुखद जीवन का आदर्श है। यूँ ही नहीं कहा गया है कि प्रतीक्षा में बिता एक-एक पल सदियों के बराबर होता है।
                  जिस प्रकार मेघों के बरसने से मोर की प्रतीक्षा और चन्द्रमा की चांदनी से चकोर की प्रतीक्षा का अंत होता है। उसी प्रकार मनुष्य जीवन में एक निष्ठावान प्रेमी के प्रेम पाने की प्रतीक्षा का अंत अपने प्रेमी द्वारा प्रेम पाकर ही हो सकता है।

अंत में एक पंक्ति:

अपनी सारी इच्छाओं को
मारकर अनिच्छा कर रहा हूँ,
पगली एक तेरा प्रेम पाने को
हर पल प्रतीक्षा कर रहा हूँ।

                                                :- संदीप प्रजापति

(एक छोटा सा लेख हर उस प्रेमी व्यक्ति को समर्पित जो अपने जीवन का अमूल्य समय और भाव किसी व्यक्ति से निष्ठावान प्रेम पाने की प्रतीक्षा में बिता रहे है।)



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